Bada Lakshya Badi Jeet Hindi (PB)
Quick Overview
समय से पहले और उम्मीद से ज्यादा पायें
कहावत है कि कामयाबी सड़क पर पड़ी नहीं मिलती, उसे हासिल करने के लिए लक्ष्य साधना पड़ता है-? बाकी सारी चीजें बकवास हैं। क्योंकि लक्ष्य आपके मस्तिश्क का ताला खोलता है और मंजिल तक पहुंचाता है।
इसलिए अपनी जिंदगी के सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य के बारे में सोचिए और पता लगाइये कि भविश्य में आप क्या बनना चाहते हैं-? क्योंकि बड़ी सफलता पाने के लिए यह अद्भुत समय है। आज जब पूरा विष्व मंदी की चपेट में है, तब भारत की अर्थव्यवस्था दिन प्रतिदिन सुदृढ़ होती जा रही है और हर साल पांच हजार मिलियनेअर नये बन रहे हैं। लेकिन जो बन रहे हैं, वे पहले आप जैसे थे, परन्तु उनकी इच्छाषक्ति बहुत तीव्र थी। इसलिए अपनी प्रेरणा के एक्सीलेटर पर पैर रखिए और पुस्तक को ध्यान से पढि़ए। क्योंकि बिजनेस गुरु तरुण इन्जीनियर आपको कुछ ऐसे गुरुमंत्र बताने जा रहे हैं, जिनको अपना कर दुनिया के करोड़ों लोग बड़ी सफलता प्राप्त कर चुके हैं। अब आपकी बारी हैं-? क्योंकि पुस्तक में लिखे 45 गुरुमंत्रों को पढ़कर आप सीख सकते हैं कि अंदरूनी षक्तियों को कैसे जगाएंगे-? आत्मविष्वास कैसे पैदा करें-? चुनौतियों से कैसे निपटें-? और बड़ी सफलता पाने का लक्ष्य कैसे बनायें-?
Name | Bada Lakshya Badi Jeet Hindi (PB) |
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ISBN | 9788128833243 |
Pages | 168 |
Language | Hindi |
Author | Tarun Engineer |
Format | Paper Back |
समय से पहले और उम्मीद से ज्यादा पायें
कहावत है कि कामयाबी सड़क पर पड़ी नहीं मिलती, उसे हासिल करने के लिए लक्ष्य साधना पड़ता है-? बाकी सारी चीजें बकवास हैं। क्योंकि लक्ष्य आपके मस्तिश्क का ताला खोलता है और मंजिल तक पहुंचाता है।
इसलिए अपनी जिंदगी के सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य के बारे में सोचिए और पता लगाइये कि भविश्य में आप क्या बनना चाहते हैं-? क्योंकि बड़ी सफलता पाने के लिए यह अद्भुत समय है। आज जब पूरा विष्व मंदी की चपेट में है, तब भारत की अर्थव्यवस्था दिन प्रतिदिन सुदृढ़ होती जा रही है और हर साल पांच हजार मिलियनेअर नये बन रहे हैं। लेकिन जो बन रहे हैं, वे पहले आप जैसे थे, परन्तु उनकी इच्छाषक्ति बहुत तीव्र थी। इसलिए अपनी प्रेरणा के एक्सीलेटर पर पैर रखिए और पुस्तक को ध्यान से पढि़ए। क्योंकि बिजनेस गुरु तरुण इन्जीनियर आपको कुछ ऐसे गुरुमंत्र बताने जा रहे हैं, जिनको अपना कर दुनिया के करोड़ों लोग बड़ी सफलता प्राप्त कर चुके हैं। अब आपकी बारी हैं-? क्योंकि पुस्तक में लिखे 45 गुरुमंत्रों को पढ़कर आप सीख सकते हैं कि अंदरूनी षक्तियों को कैसे जगाएंगे-? आत्मविष्वास कैसे पैदा करें-? चुनौतियों से कैसे निपटें-? और बड़ी सफलता पाने का लक्ष्य कैसे बनायें-?